विकसित भारत की दिशा में बढ़ता मध्यप्रदेश

विकसित भारत की दिशा में बढ़ता मध्यप्रदेश

विकसित भारत
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मध्यप्रदेश के जनजातीय बहुल खरगोन जिले के सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे जनजातीय बच्चे स्मार्ट क्लासेस, यानी ई-कक्षाओं के माध्यम से शिक्षा प्राप्त कर अपने भविष्य को संवार रहे हैं। इन ई-कक्षाओं के जरिए ऑनलाइन क्लासेस संचालित की जा रही हैं, जिनमें विशेषज्ञ शिक्षक बच्चों को सरल और सहज तरीके से पढ़ाते हैं और उन्हें दुनिया में हो रहे नवीनतम नवाचारों से भी परिचित कराते हैं। ये क्लासेस जनजातीय कार्य विभाग द्वारा खरगोन जिले के 64 हायर सेकेंडरी स्कूलों में पढ़ रहे सभी विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। विद्यार्थियों के सवालों और जिज्ञासाओं के उत्तर विशेषज्ञ शिक्षक लेक्चर्स के दौरान सटीकता से प्रदान कर रहे हैं। विशेष रूप से, खरगोन जिले के दूरदराज क्षेत्रों के विद्यार्थियों को इन ऑनलाइन क्लासेस से अत्यधिक लाभ मिल रहा है। विकसित भारत का सपना अब दूर नहीं है, क्योंकि इसके लिए वास्तविक प्रयास शुरू हो चुके हैं। बच्चों को आधुनिक माध्यमों से शिक्षित करने से वे भविष्य में देश की दिशा निर्धारित करेंगे और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक उज्जवल भविष्य की नींव रखेंगे। यह एक अच्छी शुरुआत है।

ई-कक्षाएं क्यों संचालित की जा रही हैं?

जनजातीय कार्य विभाग के 64 हायर सेकेंडरी स्कूलों को आधुनिक तकनीक से जोड़ा गया है ताकि ई-कक्षाएं चलाई जा सकें। इन ई-कक्षाओं के माध्यम से विद्यार्थियों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान की जा रही है। शिक्षकविहीन शालाओं में भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ-साथ सर्वोत्तम विषय विशेषज्ञों से लेक्चर्स उपलब्ध कराए जा रहे हैं, जिससे परीक्षा की तैयारी में मदद मिल रही है। इसके अलावा, विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सकारात्मक माहौल निर्माण और विद्यार्थियों की क्षमता एवं दक्षता को बढ़ावा भी दिया जा रहा है।

ई-कक्षाएं कैसे संचालित की जा रही हैं?

इस पहल के लिए खरगोन जिले के अनुभवी शिक्षकों को चुना गया है। निगरानी के लिए देवी अहिल्या उत्कृष्ट विद्यालय क्र. 01 खरगोन में एक कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। नोडल अधिकारी और सहायक नोडल अधिकारी भी नियुक्त किए गए हैं। ई-कक्षाओं में कक्षा 10वीं के लिए गणित, अंग्रेजी, विज्ञान, और सामाजिक विज्ञान; तथा कक्षा 12वीं के लिए गणित, भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीवविज्ञान, और अंग्रेजी की पढ़ाई की जा रही है।

ई-कक्षाओं से विद्यार्थियों को लाभ

सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों से शिक्षा प्राप्त करने के कारण विद्यार्थियों की विषयगत शंकाओं का त्वरित समाधान हो रहा है। इससे उन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में सहायता मिल रही है और चयन के अवसर बढ़ रहे हैं। जिन स्कूलों में विषय विशेषज्ञ शिक्षक नहीं हैं, वहां पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों को संबंधित विषयों को समझने में आसानी हो रही है। इसके अलावा, बोर्ड परीक्षाओं में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों (FAQs) की भी बेहतर तैयारी हो रही है।

 

 

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