क्या एआई डॉक्टरों की भूमिका निभा सकता है, और इस क्षेत्र में तकनीक से कैसे मदद मिल सकती है?
नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने शुक्रवार को तीसरे सीआईआई डिजिटल स्वास्थ्य शिखर सम्मेलन में एएनआई से बात करते हुए कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में एआई डॉक्टरों की बहुत मदद कर सकता है और इसके सहारे बेहतर इलाज किया जा सकता है। वहीं, इस अवसर पर डॉ. डांग्स लैब के सीईओ डॉ. अर्जुन डांग ने कहा कि एआई कभी भी डॉक्टरों की भूमिका को पूरी तरह से नहीं बदल सकता।
एएनआई, नई दिल्ली। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की दखलअंदाजी हर क्षेत्र में तेजी से बढ़ रही है और इस तकनीक के कारण कई काम आसान हो गए हैं। स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी एआई बदलाव की दिशा में संकेत दे रहा है। नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ देश में डिजिटल स्वास्थ्य की रूपरेखा बदलने वाली है और इस तकनीक को कामकाज को बेहतर बनाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
हेल्थ सेक्टर में एआई लाएगा क्रांति
एआई हेल्थकेयर प्रैक्टिस को बेहतर बनाने, पब्लिक हेल्थ और हेल्थ प्रोफेशनल एजुकेशन को बदलने जा रहा है। एआई के चलते स्वास्थ्य क्षेत्र में क्रांति की संभावना बढ़ गई है। डिजिटल स्वास्थ्य समय के साथ विकसित हो रहा है, लेकिन एआई, मशीन लर्निंग, डीप लर्निंग, इंटेलिजेंट लर्निंग और इंटेलिजेंट रोबोटिक्स के साथ बदलाव की गति बहुत तेजी से हो रही है।
नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने शुक्रवार को तीसरे सीआईआई डिजिटल स्वास्थ्य शिखर सम्मेलन में समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि देश को डिजिटल स्वास्थ्य में विश्व का नेतृत्व करने की कोशिश करनी चाहिए और समाज के हर क्षेत्र को इसमें योगदान देना चाहिए।
क्या एआई डॉक्टरों की जगह ले सकता है?
डॉ. डांग्स लैब के सीईओ डॉ. अर्जुन डांग ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कभी भी डॉक्टरों की जगह नहीं ले सकता, लेकिन यह उनके काम को बेहतर बनाने में अलग-अलग तरीकों से सहायता कर सकता है। एआई का उपयोग करके डॉक्टर मरीजों का इलाज और भी प्रभावी ढंग से कर सकते हैं।
शुक्रवार को स्वास्थ्य परिणामों में सुधार के लिए एआई के लाभ पर आधारित तीसरे सीआईआई डिजिटल स्वास्थ्य शिखर सम्मेलन में एएनआई से बात करते हुए डॉ. डांग ने कहा कि एआई डॉक्टर की सहायता कर रहा है, लेकिन यह डॉक्टर की जगह नहीं ले सकता। इसके बजाय, एआई डॉक्टर का सहायक होगा और इस तरह बहुत सी मुश्किलें आसान हो जाएंगी।